मनु भाकर: रिकॉर्ड की ओर मजबूत कदम

भारतीय निशानेबाज मनु भाकर पेरिस ओलंपिक 2024 में अपना नाम इतिहास की किताबों में दर्ज कराने की कगार पर हैं। उन्होंने 25 मीटर पिस्टल प्रतियोगिता के क्वालिफिकेशन में 590 अंकों के साथ दूसरा स्थान हासिल कर लिया है, जिससे वह फाइनल के लिए क्वालिफाई हो गई हैं। यह उनकी तीसरी ओलंपिक पदक की कोशिश है, जो उन्हें भारतीय खेल के इतिहास में एक नया मील का पत्थर स्थापित कर सकती है।

पिछले उपलब्धियों की झलक

मनु भाकर पहले ही दो कांस्य पदक पा चुकी हैं - एक 10 मीटर एयर पिस्टल में और दूसरा 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम इवेंट में, जिसमें उनके साथी खिलाड़ी सरबजोत सिंह थे। यदि वह पेरिस 2024 में एक और पदक जीतती हैं, तो वह एकल ओलंपिक संस्करण में तीन लगातार पदक जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बन जाएंगी। यह उनकी अद्वितीय क्षमता और समर्पण का प्रमाण है।

भारतीय खिलाड़ियों की बेहतरीन प्रदर्शन

मनु भाकर की इस उपलब्धि के अलावा, अन्य भारतीय खिलाड़ी भी पेरिस ओलंपिक 2024 में शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। लक्ष्य सेन ने चीनी ताइपे के चो तिएन चेन को हराकर बैडमिंटन सेमीफाइनल में प्रवेश किया। वे सिंगापुर के 2021 विश्व चैंपियन लोह कीन यू और डेनमार्क के ओलंपिक चैंपियन विक्टर एक्सेलसन के बीच खेले जाने वाले मैच के विजेता से मुकाबला करेंगे।

हॉकी में भारतीय पुरुष टीम की शानदार जीत

भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने 52 साल का सूखा खत्म करते हुए ऑस्ट्रेलिया को 3-2 से हराया। इस जीत के साथ वे अपने पूल बी में दूसरे स्थान पर रहे। टीम कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने मैच में दो गोल कर महत्वपूर्ण योगदान दिया। यह जीत भारतीय हॉकी के लिए एक बड़ा मील का पत्थर है।

आर्चरी में भी अच्छा प्रदर्शन

मिश्रित आर्चरी टीम, जिसमें अंकिता भगत और धीरज बोम्मादेवारा शामिल थे, ने भी अपनी मौजूदगी दर्ज कराई। हालांकि, वे कांस्य पदक प्ले-ऑफ में अमेरिका से हारकर चौथे स्थान पर रहे।

भारतीय दल की स्थिति

बावजूद इसके सभी शानदार प्रदर्शन और उपलब्धियां, भारत कुल पदक तालिका में 44वें स्थान पर है, जिसमें तीन कांस्य पदक हैं। सभी पदक निशानेबाजी से मिले हैं। यह साफ दर्शाता है कि भारतीय एथलीट्स के प्रयास और समर्पण रंग ला रहे हैं, लेकिन आगे की चुनौतियाँ भी बड़ी हैं।

अगले लक्ष्य और उम्मीदें

अगले लक्ष्य और उम्मीदें

मनु भाकर और अन्य भारतीय खिलाड़ियों के प्रदर्शन ने न केवल देशवासियों के लिए गर्व का क्षण दिया है, बल्कि आगे के ओलंपिक और अंतर्राष्ट्रीय खेल आयोजनों के लिए उम्मीदें भी बढ़ाई हैं। मनु भाकर की यात्रा और उनकी प्रतियोगिता को देखते हुए, पूरे देश की निगाहें उन पर टिकी हुई हैं।

हम सभी भारतीय खिलाड़ियों को उनकी मेहनत और अद्वितीय कौशल के लिए सलाम करते हैं और उम्मीद करते हैं कि वे और भी ऊंचाईयों को छुएं।