शेख हसीना की दो हफ्तों में दूसरी भारत यात्रा
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने हाल ही में नई दिल्ली में दो दिवसीय राजकीय दौरे का शुभारंभ किया। यह दौरा उनकी दो हफ्तों में दूसरी भारत यात्रा है। इससे पूर्व, उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शिरकत की थी। यह उनके पांचवें कार्यकाल की शुरुआत के बाद उनकी पहली विदेशी राजकीय यात्रा भी है, जो इस यात्रा की विशेषता को दर्शाता है।
राष्ट्रपति भवन में औपचारिक स्वागत
नई दिल्ली पहुंचने पर हसीना का राष्ट्रपति भवन में औपचारिक स्वागत किया गया। इसके बाद उन्होंने विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की और विभिन्न द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की। इस दौरे का मुख्य उद्देश्य दोनों देशों के बीच रिश्तों को और प्रगाठ करना और नई ऊंचाइयों तक ले जाना है।
वार्ता और समझौतों की उम्मीदें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शेख हसीना के बीच हैदराबाद हाउस में प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता आयोजित होने वाली है। इस वार्ता में सड़क, रेल और ऊर्जा सम्पर्क जैसे प्रमुख क्षेत्रों में कई समझौतों को अंतिम रूप देने की योजना है। इन समझौतों से द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाने का अवसर मिलेगा।
गंगा जल बंटवारा और अन्य मुद्दे
इस वार्ता में गंगा जल बंटवारा संधि, तीस्ता नदी का विकास, प्याज, अदरक, चावल और गेहूं की स्थिर आपूर्ति जैसे मुद्दों पर भी चर्चा होने की संभावना है। इसके साथ ही, म्यांमार की स्थिति पर भी विचार-विमर्श किया जाएगा। इन मुद्दों पर चर्चा से दोनों देशों की आपसी समझ और सहयोग में वृद्धि होगी।
मोंगला बंदरगाह का प्रबंधन और व्यापार समझौते
इसके अतिरिक्त, मोंगला बंदरगाह के प्रबंधन और संभावित व्यापार समझौते को भी वार्ता का हिस्सा बनाया गया है। यह कदम दोनों देशों के आर्थिक संबंधों को और मजबूती देगा और व्यापार को नये आयाम देगा।
रक्षा साझेदारी में गहराई
इस दौरे में रक्षा साझेदारी को और गहन बनाने पर भी जोर दिया जा रहा है। इसके अंतर्गत बांग्लादेश के रक्षा क्षेत्र के लिए 500 मिलियन डॉलर की क्रेडिट लाइन पर भी चर्चा की जाएगी। यह सहयोग दोनों देशों की सुरक्षा और सामरिक संबंधों को और मजबूत करेगा।
कोलकाता के कस्टम मुख्यालय में बांग्लादेश के राजस्व बोर्ड और भारतीय सीमा शुल्क विभाग के बीच मुलाकात भी प्रस्तावित है। यह बैठक सीमा शुल्क नियमों में सुधार और दोनो देशों के बीच व्यापार में बाधाओं को कम करने पर केंद्रित होगी।
शेख हसीना की यह यात्रा न केवल भारत-बांग्लादेश संबंधों में सुधार और विकास हेतु महत्वपूर्ण है, बल्कि क्षेत्रीय स्तर पर भी बड़ा प्रभाव डाल सकती है। इससे यह साबित होता है कि दोनों देशों के बीच आपसी समझ और सहयोग मजबूत है और भविष्य में इसे और प्रगाठ करने की दिशा में कदम उठाए जाएंगे।
इस यात्रा के दौरान, दोनों नेताओं के सामने रिसर्च और डेवलपमेंट, साइबर सिक्योरिटी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, और आपदा प्रबंधन जैसे क्षेत्रों में भी नई पहलों के ऊपर चर्चा करने का अवसर होगा। यह पहलें भविष्य में दोनों देशों की तकनीकी और वैज्ञानिक प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं।
शेख हसीना और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस मुलाक़ात से न केवल पुराने विवादों को सुलझाने का मौका मिलेगा बल्कि नए क्षेत्रों में अवसरों की तलाश भी होगी। दोनों देशों के बीच बढ़ती आत्मीयता और सहयोग को देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि भविष्य का आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक परिदृश्य और अधिक उज्ज्वल होगा।
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