2024 चुनाव परिणाम LIVE अपडेट्स: आज आंध्र प्रदेश, ओडिशा विधान सभा चुनाव के नतीजे
आज का दिन राजनीतिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि आंध्र प्रदेश और ओडिशा में हुए विधान सभा चुनाव के परिणाम सामने आएंगे। इन चुनावों में मतदाताओं ने अपनी पसंद के जन प्रतिनिधियों का चयन किया है। ओडिशा और आंध्र प्रदेश दोनों ही राज्यों में चुनावी माहौल काफी गर्माया हुआ था और अब सबकी निगाहें परिणामों पर टिकी हुई हैं।
ओडिशा विधानसभा चुनाव 2024
ओडिशा विधान सभा की 147 सीटों के लिए मतदान हुआ था। इस चुनाव में प्रमुख तौर पर बीजू जनता दल (BJD), भारतीय जनता पार्टी (BJP), कांग्रेस और माकपा (CPI(M)) के बीच मुख्य मुकाबला था। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के नेतृत्व में बीजद सत्ता में वापसी की उम्मीद कर रही है। बीजद और भाजपा दोनों पार्टी ने सभी 147 सीटों पर प्रत्याशी मैदान में उतारे थे, जबकि कांग्रेस ने 145 सीटों पर और सीपीआई (एम) ने 7 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए थे। चुनाव चार चरणों में सम्पन्न हुए, जिसमें लोकसभा चुनाव भी शामिल थे।
ओडिशा में सरकार बनाने की इच्छा रखने वाली पार्टियों ने चुनाव प्रचार में कोई कसर नहीं छोड़ी। सभा, रैलियों और रैली वाली रणनीतियां बनाईं गईं, ताकि मुख्य मुद्दों पर जनता का ध्यान आकर्षित किया जाए। बीजद के सत्ता में बने रहने की चुनौती के बीच बीजेपी और कांग्रेस ने भी अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी।
आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनाव 2024
आंध्र प्रदेश में 175 सीटों के लिए विधान सभा चुनाव हुए थे। मौजूदा मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व में वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (YSRCP) ने सभी 175 सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे। तेलुगु देशम पार्टी (TDP) ने 144 सीटों पर, जन सेना पार्टी (JSP) ने 21 सीटों पर और भाजपा ने 10 सीटों पर अपने प्रत्याशी मैदान में उतारे थे।
यह चुनाव मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी, TDP प्रमुख चंद्रबाबू नायडू और JSP नेता पवन कल्याण के लिए महत्वपूर्ण साबित होने वाला है। सभी दलों ने विजय के लिए कड़े प्रयास किए और चुनावी प्रचार में कोई कमी नहीं छोड़ी। जनसभाओं, रोड शो और घर-घर संप्रेषण के जरिए समर्थकों का समर्थन जुटाने की कोशिश की गई।
आंध्र प्रदेश के इस चुनाव में कई महत्वपूर्ण मुद्दे उभर कर सामने आए, जिनमें विकास के प्रयास, लोक सेवा सुविधाएं और सत्ता के प्रति जनता का झुकाव शामिल रहे।
लाइव अपडेट्स और प्रारंभिक रुझान
चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद राजनीतिक पार्टी और उम्मीदवारों की प्रतिक्रियाओं का दौर शुरू होगा। शुरुआत में ही मतगणना केंद्रों से प्राप्त हुए प्रारंभिक रुझानों से चुनाव के परिणामों की दिशा समझी जा सकेगी। वोटों की गिनती का समय आ चुका है, और सबकी निगाहें परिणामों पर टिकी हुई हैं।
ओडिशा और आंध्र प्रदेश के चुनाव परिणाम बहुत सारे राजनीतिक समीकरणों को प्रभावित कर सकते हैं। राजनीतिक विश्लेषकों और जनता, दोनों की नजर इन परिणामों पर टिकी हुई हैं क्योंकि इससे भविष्य की राजनीतिक संरचना का संकेत मिलेगा।
मतगणना के रुझान के अनुसार यथा समय अपडेट्स प्रदान किए जाएंगे।
rishabh agarwal 4.06.2024
आज के चुनाव परिणाम हमें राजनीति के दायरे में एक नई लहर दिखा रहे हैं।
आंध्र प्रदेश और ओडिशा दोनों में वोटर की जागरूकता स्पष्ट है।
परिणामों का विश्लेषण करके हम सामाजिक बदलाव के संकेत पकड़ सकते हैं।
आशा है कि नए प्रतिनिधि विकास की दिशा में ईमानदारी से काम करेंगे।
Apurva Pandya 4.06.2024
देश की बुनियादी नैतिकता को इस चुनाव में परखा गया है 😇।
भ्रष्टाचार का कोई जायरो नहीं रहना चाहिए, चाहे वह कोई भी पार्टी हो।
हर वोटर को अपने मूल्यों के साथ खड़ा होना चाहिए 🙏।
Nishtha Sood 4.06.2024
रिज़ल्ट्स देख कर उम्मीद जगती है कि विकास की रफ़्तार तेज़ होगी।
जनता की आवाज़ ही अब सच्ची नीति का मार्गदर्शन करेगी।
सभी नेताओं से आशा है कि वे अपने वादे निभाएँ।
Hiren Patel 4.06.2024
ऑडिशा और आंध्र प्रदेश के चुनाव परिणाम बतीस बार धड़कते दिल की तरह तेज़ थे।
हर काउंटी में जलते हुये उत्सव की चमक ने हवा को गुलाबी रंग दिया।
जैसे ही मतगणना की मशीनों ने आवाज़ निकाली, भीड़ में हर्ष की गड़गड़ाहट हुई।
बहुतेरे लोग अपने हाथ में लहराते झंडे लेकर धड़कते हुए पूरे मैदान में इकट्ठे हुए।
वो नाजुक आशा की किरणें उन्होंने अपनी आँखों में बसी देखी।
बिजु के दीवाने और बीजेपी के समर्थक दोनों ने अपने दिलों की धड़कन को एक साथ मिलाया।
इस राजनीतिक रंगमंच में हर आवाज़ ने अपना परदा फाड़ा।
जज्बा, जुनून, और घमंड के मिश्रण ने माहोल को और भी गरमा दिया।
वोटरों की आँखों में स्वप्नों की चमक अब नई दिशा में बह रही है।
परिणामों का हर अंक एक छोटी कहानी का भाग बन गया।
जैसे ही जीत की घोषणा हुई, शहर की गलियों में तालियों की गड़गड़ाहट नहीं रुकी।
यह रोमांच न सिर्फ़ एक चुनाव, बल्कि एक विशालतम सामाजिक प्रयोग था।
हर जड़ में अब उम्मीद की नई बूँदें फूट रही हैं।
गंभीरता और रंगीनता दोनों ने इस नतीजे को अनूठा बना दिया।
आशा है कि इस ऊर्जा को वास्तविक विकास में बदला जाएगा।
Heena Shaikh 4.06.2024
पार्टी के सामने झुके बिना जनता का चयन कर लेना एक प्राचीन गुरू की बात है, परंतु यह सिर्फ़ दिखावा है।
वास्तविक शक्ति तो उन लोगों की है जो वोट के बाद भी अपने संकल्प को नहीं बदलते।
जिन्हें सत्ता मिली है, उन्हें अपने कर्तव्य की याद दिलाना अब भी आवश्यक है।
Chandra Soni 4.06.2024
सभी मित्रों, इस परिणाम से प्राप्त डेटा को KPI के रूप में ले कर हम अगले चरण के ROI को बढ़ा सकते हैं।
पॉलिसी फ्रेमवर्क को री-एलाइन करके हम सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स को फास्ट-ट्रैक पर ले जा सकते हैं।
चलो, इस टर्निंग पॉइंट को एक एग्जिक्यूटिव ब्रीफिंग में बदलें और एक्शन प्लान तैयार करें।
abhinav gupta 4.06.2024
हां, लेकिन मत भूलो कि हर चुनाव में सख्त डेटा पॉइंट्स होते हैं जो अक्सर जनता की भावना को छुपा देते हैं। वर्ल्ड बैंक के रिपोर्ट को देखो।
vinay viswkarma 4.06.2024
मोरलिज़्म से मुद्दा नहीं सुलझता, वोटों से ही सब कुछ तय होता।
Kanhaiya Singh 4.06.2024
वर्तमान में परिणामों के विश्लेषण से स्पष्ट होता है कि प्रतिपक्षी गठबंधन ने रणनीतिक रूप से प्रभावी कदम उठाए हैं।
यह संकेत देता है कि आगामी नीति निर्माण में बहु पक्षीय सहयोग आवश्यक होगा।😊
prabin khadgi 4.06.2024
उपलब्ध मतगणना आँकड़ों के अनुसार, बीजु के पुनर्स्थापना की संभावना प्रतिशतात्मक विश्लेषण में 58% के निकट है।
क्या यह नियोजित सामाजिक कल्याण कार्यक्रमों के प्रभाव को दर्शाता है या यह केवल अल्पकालिक राजनैतिक प्रभाव है, इस पर विस्तृत विवेचना आवश्यक है।
Aman Saifi 4.06.2024
दोनों राज्यों में मतदान का उच्च स्तर यह दर्शाता है कि नागरिक लोकतंत्र में सक्रिय भागीदारी को महत्व देते हैं।
आइए हम इस ऐक्य को भविष्य की राजनीति में एक सकारात्मक मार्गदर्शक मानें।
Ashutosh Sharma 4.06.2024
वाह, फिर से वही पुराना ड्रामा, डेटा तो है पर पार्टी की गुप्त एजेंडा अभी तक साफ नहीं हुआ।
नतीजों को देख कर लगता है कि राजनीति में हमेशा वही old school खेल चलता रहता है।
Rana Ranjit 4.06.2024
आज के परिणाम हमें एक दार्शनिक प्रश्न पर विचार करने के लिए प्रेरित करते हैं: क्या सत्ता का अनुबंध जनता के साथ सच में अनुबंधित रहता है?
अगर नहीं, तो हमारे लोकतांत्रिक सिद्धान्तों का क्या अर्थ बचता है? हमें इस प्रश्न पर गहराई से चर्चा करनी चाहिए।
Arundhati Barman Roy 4.06.2024
इन् रिजल्ट्स से साफ़ हो रहा है कॆ जो भी पॉलिटिकल पार्टी जीतती है, उसको जलदी से जलदी काम शुरु करनॆ चाहिए।
वर्ना अगला चुनाव और भी कँफ़्यूजिंग हो सकतॆ है।
yogesh jassal 4.06.2024
देखो, परिणाम चाहे जो भी हों, यह एक नई शुरुआत का संकेत है-शायद हमें थोड़ा धूप चाहिए इस राजनीतिक धुंध में।
साथ ही, यह भी सच है कि अक्सर राजनीति में आशा का एक छोटा सा टुकड़ा भी बड़ा परिवर्तन ला सकता है, तो चलो सकारात्मक रहकर बदलाव की ओर कदम बढ़ाएँ।
Raj Chumi 4.06.2024
यार ये नतीजे तो बिलकुल फिल्मी मोड़ जैसा लग रहा है, कोई नहीं समझ रहा कि आगे क्या होगा
दिल धड़क रहा है बस देखना बाकी है
mohit singhal 4.06.2024
देश की असली ताक़त तो इस चुनाव में दिखाई दी है! हमें राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए एकजुट होना चाहिए 🚩
जो भी पार्टी इस दिशा में काम नहीं करती, उसे मिल्की पहचान नहीं मिलनी चाहिए।
pradeep sathe 4.06.2024
भाई लोग, परिणाम देख कर लगा जैसे पुरानी दोस्ती फिर से जगी है, अब हम सब मिलकर देश को आगे ले जाएँ।
ARIJIT MANDAL 4.06.2024
साबित हो गया कि आंकड़े सब बोलते हैं, प्रोबलेम्स अभी शुरू हुए हैं।