भारत में मंकीपॉक्स का पहला संदिग्ध मामला
भारत में मंकीपॉक्स का पहला संदिग्ध मामला सामने आया है, जिसने स्वास्थ्य अधिकारियों को चौकन्ना कर दिया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा मंकीपॉक्स को अंतरराष्ट्रीय चिंता का सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किए जाने के बाद, एक युवा पुरुष जो हाल ही में मंकीपॉक्स से प्रभावित देश से वापस आया था, को संदिग्ध पाया गया है। इसे तुरंत एक नामित अस्पताल में आइसोलेट कर दिया गया है और उसकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है। नमूने इकट्ठा कर वायरस की पुष्टि के लिए जांच की जा रही है।
मंकीपॉक्स के प्रमुख लक्षण
मंकीपॉक्स के प्रमुख लक्षणों में त्वचा पर चकत्ते, बुखार, गले में खराश, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, पीठ दर्द, थकान और सूजे हुए लिम्फ नोड्स शामिल हैं। यह लक्षण संपर्क के एक हफ्ते के भीतर प्रकट हो सकते हैं, लेकिन कभी-कभी इसमें 21 दिन तक लग सकते हैं। सबसे पहला लक्षण आमतौर पर त्वचा पर चकत्तों के रूप में उभरता है, जो हथेलियों, तलवों, चेहरे, मुंह, गले, जननांगों और गुदामार्ग पर दिखाई देते हैं।
मंकीपॉक्स संक्रमण का प्रसार
मंकीपॉक्स मनुष्यों के बीच संपर्क से फैल सकता है, खासकर क्लोज फिजिकल कॉन्टैक्ट या यौन संपर्क के माध्यम से। इसके अलावा, संक्रमित व्यक्ति की वस्त्र, बिस्तर आदि से भी यह संक्रमण फैल सकता है। वायरस का पता लगाने के लिए, त्वचा के चकत्ते से या गले या मलाशय के स्वैब से पॉलीमरेज़ चेन रिएक्शन (PCR) परीक्षण किए जाते हैं। रक्त परीक्षण से वायरस का पता लगाने की सिफारिश नहीं की जाती है।
सावधानियां और तैयारी
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने आश्वासन दिया है कि देश ऐसे अलग-अलग यात्रा-संबंधित मामलों को संभालने और संभावित जोखिमों को कम करने के लिए पूरी तरह तैयार है। हवाई अड्डों, समुद्र बंदरगाहों और भूमि पारगमन स्थानों पर स्वास्थ्य इकाइयों को अलर्ट पर रखा गया है। प्रयोगशालाओं और आइसोलेशन सुविधाओं को तैयार कर दिया गया है।
सुरक्षा उपाय
मंकीपॉक्स से सुरक्षित रहने के लिए, अच्छे स्वच्छता अभ्यास करना आवश्यक है। बार-बार हाथ धोना, मास्क पहनना, और लक्षण दिखाने वाले व्यक्तियों के साथ करीबी संपर्क से बचना सलाह दी जाती है। संक्रमित व्यक्तियों को आइसोलेशन के दौरान त्वचा के घावों को सूखा और खुला रखना चाहिए, नमक के पानी से मुँह का कुल्ला करना चाहिए, गुनगुने पानी से नहाना चाहिए, और फफोलों को फोड़ने या घावों को खरोंचने से बचना चाहिए।
हवाई अड्डों और सीमाओं पर उपाय
देश के प्रवेश बिंदुओं जैसे हवाई अड्डों, समुद्र बंदरगाहों और भूमि सीमाओं पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी प्रवेश बिंदुओं पर विशेष निगरानी इकाइयों को तैयार रखा है और सभी संभावित मंकीपॉक्स मामलों की जांच के लिए विशेष सुविधाएं बनाई गई हैं। स्वास्थ्य कर्मियों को अतिरिक्त सुरक्षा उपायों के निर्देश दिए गए हैं ताकि वे किसी भी संभावित संक्रमण के मामले को तत्काल प्रभाव से नियंत्रित कर सकें।
मंकीपॉक्स के खिलाफ देश की तैयारी
स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह भी बताया है कि देश के विभिन्न हिस्सों में मंकीपॉक्स के संभावित मामलों की जांच के लिए पर्याप्त साधन और संसाधन उपलब्ध हैं। पूरे देश में विशेष स्वास्थ्य इकाइयों को तैयार किया गया है और सभी राज्यों को अतिरिक्त सावधानियां बरतने की सलाह दी गई है। इस मुद्दे पर नियमित ब्रिफिंग और अपडेट को सुनिश्चित करने के लिए खास इंफॉर्मेशन चैनल स्थापित किए गए हैं।
संक्रमित व्यक्ति के देखभाल की सलाह
संक्रमित व्यक्ति को एक उचित उपचार और देखभाल की जरूरत होती है। चिकित्सकों ने सलाह दी है कि मंकीपॉक्स के संक्रमित व्यक्ति को आइसोलेशन में रखें और उनके घावों को साफ और सूखा रखें। किसी भी प्रकार का संक्रमण फैलने से रोकने के लिए गंभीर सावधानी बरतें और सभी सुरक्षा उपायों का सख्ती से पालन करें।
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