ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी को ले जा रहा एक हेलिकॉप्टर तेहरान से लगभग 600 किलोमीटर दूर पूर्वी अज़रबैजान प्रांत के जोल्फा में कठिन लैंडिंग कर गया। राष्ट्रपति रईसी अज़रबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव के साथ एक बांध का उद्घाटन करने के लिए अज़रबैजान गए थे। यह बांध अरस नदी पर दोनों देशों द्वारा निर्मित तीसरा बांध है।

यह यात्रा ईरान और अज़रबैजान के बीच सर्द संबंधों के बावजूद हुई, जिसमें 2023 में तेहरान में अज़रबैजान के दूतावास पर हुए हथियारबंद हमले और अज़रबैजान के इजरायल के साथ कूटनीतिक संबंध शामिल हैं, जिसे ईरान की शिया धर्मशास्त्र क्षेत्र में अपने मुख्य शत्रु के रूप में देखता है।

हेलिकॉप्टर तीन हेलिकॉप्टरों के एक काफिले का हिस्सा था, जिसमें अन्य दो में मंत्री और अधिकारी सवार थे, और वे सुरक्षित रूप से अपने गंतव्य पर पहुंच गए। हालांकि, खराब मौसम परिस्थितियों के कारण ईरानी रेड क्रेसेंट सोसाइटी के बचाव दलों को घटना वाली जगह पहुंचने में कठिनाई हो रही है। आपातकालीन अभियान में ड्रोन इकाइयां भी सहायता कर रही हैं।

ईरान के गृह मंत्री अहमद वहीदी ने घटना और बचाव दलों के प्रयासों की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि बचाव अभियान जारी है और स्थिति पर करीब से नज़र रखी जा रही है। राष्ट्रपति रईसी की सुरक्षा और कल्याण सर्वोच्च प्राथमिकता है।

जोल्फा के स्थानीय अधिकारियों ने भी घटना की पुष्टि की और कहा कि हेलीकॉप्टर में सवार सभी लोग सुरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि हेलीकॉप्टर के पायलट ने कठिन मौसम परिस्थितियों के बावजूद एक कुशल लैंडिंग की।

राष्ट्रपति रईसी की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता

ईरान के गृह मंत्रालय ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि राष्ट्रपति रईसी की सुरक्षा और कल्याण सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। मंत्रालय ने आश्वासन दिया कि सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि राष्ट्रपति सुरक्षित हैं और उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।

मंत्रालय ने यह भी कहा कि घटना की जांच के आदेश दिए गए हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि हेलीकॉप्टर की कठिन लैंडिंग के पीछे क्या कारण थे। जांच पूरी होने के बाद, जांच के निष्कर्षों को सार्वजनिक किया जाएगा।

ईरान-अज़रबैजान संबंधों पर प्रभाव

राष्ट्रपति रईसी की अज़रबैजान यात्रा ईरान और अज़रबैजान के बीच संबंधों को मजबूत करने के प्रयासों का हिस्सा थी। हालांकि, हेलीकॉप्टर की कठिन लैंडिंग की घटना इस यात्रा पर एक धब्बा लगा सकती है।

हालांकि, दोनों देशों के अधिकारियों ने इस बात पर जोर दिया है कि यह घटना द्विपक्षीय संबंधों को प्रभावित नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि दोनों देश क्षेत्रीय सहयोग और स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए मिलकर काम करना जारी रखेंगे।

निष्कर्ष

ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी को ले जा रहे हेलिकॉप्टर की जोल्फा में कठिन लैंडिंग ने देश में चिंता पैदा कर दी है। हालांकि, अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि राष्ट्रपति सुरक्षित हैं और बचाव अभियान जारी है।

यह घटना ईरान और अज़रबैजान के बीच संबंधों पर भी प्रभाव डाल सकती है, लेकिन दोनों देशों ने संकेत दिया है कि वे द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करना जारी रखेंगे। आने वाले दिनों में, इस घटना के कारणों और इसके प्रभावों पर अधिक स्पष्टता आने की उम्मीद है।