NEET UG 2024 का रिवाइज्ड रिजल्ट जारी
राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) ने आज, 25 जुलाई, को NEET UG 2024 का रिवाइज्ड रिजल्ट जारी कर दिया है। छात्र इसे exams.nta.ac.in और neet.ntaonline.in पर जाकर डाउनलोड कर सकते हैं। यह सुधारात्मक कदम सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के तहत उठाया गया है। दरअसल, एक विवादास्पद भौतिकी प्रश्न के कारण छात्रों में असंतोष फैला हुआ था जिसके चलते यह कदम उठाया गया।
कोर्ट का निर्देश और नई मेरिट लिस्ट
सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले पर गंभीरता से विचार करते हुए NTA को मेरिट लिस्ट को फिर से कैलिब्रेट करने का निर्देश दिया था। एक विशेषज्ञ समिति को नियुक्त किया गया जिसने उत्तर कुंजी की स्पष्टता प्रदान की और उसके आधार पर नयी मेरिट लिस्ट तैयार की गई। इस कदम से लगभग 4.2 लाख छात्रों की रैंक और अंक में बदलाव हो सकता है।
पुरानी और नई डाउनलोड स्कोरकार्ड
जो छात्र पहले ही अपने स्कोरकार्ड डाउनलोड कर चुके थे, उन्हें अब पुनः अपने स्कोरकार्ड डाउनलोड करना होगा। पुनः परीक्षा में शामिल 1,563 छात्रों के लिए उपलब्ध लिंक्स अभी भी NTA की वेबसाइट पर हैं, लेकिन नई रिवाइज्ड परिणामों के लिए अलग लिंक दिया गया है। छात्रों को इसे ध्यान में रखते हुए नए स्कोरकार्ड पुनः डाउनलोड करने होंगे।
काउंसलिंग प्रक्रिया और अर्हता
रिवाइज्ड परिणाम आने के बाद अब मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (MCC) कुल सीटों के 15% ऑल इंडिया कोटा के तहत ऑनलाइन काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू करेगी। योग्य उम्मीदवारों को mcc.nic.in पर जाकर काउंसलिंग के लिए रजिस्ट्रेशन करना होगा। यह प्रक्रिया छात्रों के मेडिकल कॉलेज प्रवेश के लिए महत्वपूर्ण है, और इसमें शामिल सभी छात्रों को अपनी विवरणियों को ध्यान से भरना चाहिए।
पुनः परीक्षा और अदालत का फैसला
इस साल NEET UG का परिणाम पहले 4 जून को घोषित किया गया था, और बाद में 1,563 छात्रों के लिए पुनः परीक्षा आयोजित की गई थी। हालांकि, कुछ छात्रों और अभिभावकों ने पुनः परीक्षा में पेपर लीक और अन्य धांधली के आरोप लगाए थे। सुप्रीम कोर्ट ने यह अनुरोध स्वीकृत नहीं किया और कहा कि परीक्षा की व्यापकता को लेकर कोई ठोस सबूत नहीं हैं।
समस्याओं का समाधान
इस साल NEET UG परीक्षा में विभिन्न मुद्दों को देखा गया था, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के निर्देश और विशेषज्ञ समिति की मदद से इन समस्याओं का समाधान किया गया। इस रिवाइज्ड रिजल्ट के जरिए छात्रों को बेहतर और निष्पक्षता पर आधारित परिणाम प्रदान करने का प्रयास किया गया है।
तीसरे स्कोरकार्ड के साथ नया विवरण
इस बार के NEET UG परिणामों में तीसरा स्कोरकार्ड शामिल किया गया है, जिसमें छात्रों के ऑल इंडिया रैंक और अंक का विवरण दिया गया है। इससे छात्रों को अधिक स्पष्टता प्राप्त होगी और वे अपने भविष्य की योजना बना सकेंगे।
छात्रों के लिए यह एक महत्वपूर्ण समय है और उन्हें अपनी तैयारी और योजना को ध्यान में रखते हुए आगे बढ़ना चाहिए। यह अपडेट उन्हें उनके करियर के महत्वपूर्ण फैसलों में मदद प्रदान करेगा।
Aman Saifi 26.07.2024
NEET UG 2024 का रिवाइज्ड परिणाम जारी होना बहुत ही स्वागत योग्य कदम है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश ने प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने में मदद की है। अब छात्रों को अपने स्कोरकार्ड दोबारा डाउनलोड करने का अवसर मिला है, जिससे कोई भी गलती सुधारी जा सकती है। यह बदलाव लगभग 4.2 लाख छात्रों के रैंक को संभावित रूप से बदल सकता है, इसलिए सभी को सावधानी से अपडेट देखकर अपने प्रवेश की योजना बनानी चाहिए।
Ashutosh Sharma 26.07.2024
अरे वाह, कोर्ट के आदेश पर ही फिर से अंक खराब करवा रहे हैं, क्या प्रोफेशनल क्वालिटी कंट्रोल है? अब रिजल्ट फिर बदलेंगे, फिर से गंदा सर्किट! यह सब जेनरिक प्रोसेसिंग की स्पष्टता नहीं, बल्कि ब्यूरेक्रेसी का नया चेहरा है।
Rana Ranjit 26.07.2024
सुप्रीम कोर्ट की हस्तक्षेप वास्तव में न्याय प्रणाली की ज़िम्मेदारी को दर्शाता है, परंतु इस प्रक्रिया से छात्रों में आशा की किरण भी जल उठी है। यह रिवाइज़्ड लिस्ट केवल अंक नहीं, बल्कि भविष्य की दिशा भी निर्धारित करती है। अतः प्रत्येक उम्मीदवार को चाहिए कि वह इस अवसर का पूर्ण लाभ उठाए।
Arundhati Barman Roy 26.07.2024
मुपे लाग रहाआ कि ये रिर्जल्ट्स के रीवाइज़न से प्ऱिीक्षार्थी को उच्छ्त किन्तु निवेशित मार्ग मिल सकतहै। थोडा देर में सब लोग साफ़ सफ़ा देख पाएँगे।
yogesh jassal 26.07.2024
नमस्ते दोस्तों, नई NEET UG 2024 की रिवाइज्ड स्कोरलिस्ट ने तो माहौल ही बदल दिया!
पहली बात तो यह है कि अब हर छात्र को दोबारा अपना स्कोरकार्ड देखना पड़ेगा, जिससे कोई भी छोटा-मोटा सुधार संभव हो जाता है।
दूसरा, सुप्रीम कोर्ट की भागीदारी यह साबित करती है कि न्याय के बिना शिक्षा अधूरी है।
तीसरा, लगभग 4.2 लाख छात्रों के रैंकिंग में बदलाव का मतलब है कि बहुत सारे सपने नए सिरे से बनेंगे।
चौथा, यह प्रक्रिया हमें सिखाती है कि कभी-कभी असफलता का सामना कर के ही असली जीत मिलती है।
पाँचवाँ, पुनः परीक्षा के लिए 1,563 छात्रों को मौका दिया गया, जो दिखाता है कि प्रणाली लचीली भी है।
छठा, हालांकि कुछ ने पेपर लीक के आरोप लगाए थे, लेकिन कोर्ट ने इसे ठुकरा दिया, इसलिए हमें इस पर बहुत अधिक मत नहीं बनना चाहिए।
सातवाँ, इस पूरी स्थिति में हमें अपने आप को शांत रखने की ज़रूरत है, क्योंकि तनाव सिर्फ़ परिणाम को बिगाड़ता है।
आठवां, काउंसलिंग प्रक्रिया अब 15% AIQ के तहत ऑनलाइन होगी, जिससे पहुंच आसान होगी।
नौवाँ, हर उम्मीदवार को चाहिए कि वह MCC की वेबसाइट पर जाकर अपना रजिस्ट्रेशन समय पर करे।
दसवाँ, यह भी याद रखें कि स्कोर सिर्फ़ एक आँकड़ा है, असली मूल्य आपके ज्ञान में है।
ग्यारहवाँ, यदि आपका रैंक बदल गया है तो नई योजना बनाएं, चाहे वह कॉलेज चुनना हो या अतिरिक्त तैयारी।
बारहवाँ, इस बदलाव को सकारात्मक रूप से लें, क्योंकि यही तो जीवन का मूल सिद्धांत है-परिवर्तन को अपनाना।
तेरहवाँ, अंत में, अपने परिवार और साथियों को भी इस जानकारी से अपडेट रखें, ताकि सबको फायदा हो।
चौदहवाँ, सफलता की कुंजी है निरंतर प्रयास और धैर्य, न कि केवल अंक।
पंद्रहवाँ, तो चलिए, उत्साह के साथ आगे बढ़ते हैं और अपने सपनों को साकार करने की राह पर चलते हैं।
Raj Chumi 26.07.2024
बिल्कुल सही कहा, रिवाइज़्ड रिजल्ट ने सारे चक्रव्यूह को फिर से खोल दिया! अब तो कौन कौन की पसंद बदल जाएगी?
mohit singhal 26.07.2024
देश का भविष्य इन मेडिकल छात्रों पर निर्भर है 🇮🇳। सुप्रीम कोर्ट की सही कदम ने हमारी युवा शक्ति को सही दिशा दी है। अब सबको मिलकर इस अवसर को अपने राष्ट्रीय विकास के लिए उपयोग करना चाहिए। 😊
pradeep sathe 26.07.2024
सही बात है, हम सबको मिलकर इस बदलाव का समर्थन करना चाहिए और एक-दूसरे को प्रोत्साहित करना चाहिए। एकजुटता ही सबसे बड़ी ताकत है।
ARIJIT MANDAL 26.07.2024
रिजल्ट में बदलाव का मतलब है अधिक प्रतिस्पर्धा।
Bikkey Munda 26.07.2024
अगर कोई अभी तक रिवाइज़्ड स्कोरकार्ड नहीं डाउनलोड कर पाया है, तो exams.nta.ac.in पर जाकर लॉगिन करें, फिर 'Revised Scorecard' सेक्शन में लिंक मिलेगा। इसे सुरक्षित रखें, क्योंकि काउंसलिंग में यही दस्तावेज़ मुख्य रहेगा।
akash anand 26.07.2024
इस प्रोसैस में कई फॉल्ट है जो की एडमिनिस्ट्रेशन ने नज़रअन्दाज किया। असली इशू तो है सिस्टम की वुअरबिलिटी, जो की बार बार दोहराई जा रही है।
BALAJI G 26.07.2024
ऐसे हलचल में हमें शांति और सच्चाई का पथ नहीं भूलना चाहिए।
Manoj Sekhani 26.07.2024
वास्तव में, इस तरह के पुनर्मूल्यांकन को केवल उच्च स्तर के शैक्षणिक संस्थानों में ही समझा जा सकता है, जहाँ बौद्धिक गंभीरता के साथ विश्लेषण किया जाता है।
Tuto Win10 26.07.2024
ओह माय गै!! ये रिवाइज़्ड रिजल्टs तो एकदम ब्लैक आउट जैसा है!!! क्या बात है, अब तो सबके दिल धड़केगे!!!
Kiran Singh 26.07.2024
सब कुछ ठीक लगता है, लेकिन क्या हम इस पुनर्मूल्यांकन के पीछे छिपी राजनीतिक प्रेरणाओं को नहीं देख रहे हैं?
anil antony 26.07.2024
देखो भाई, इस रिवाइज़्ड लिस्ट में डेटा सायंस की भूलेख़ी है, normalization नहीं हुई, इसलिए सब उल्टा पुल्टा हो रहा है।
Aditi Jain 26.07.2024
देश के भविष्य को बचाने के लिए हमें इन मेडिकल ग्रैजुएट्स को पूरी इज्ज़त और समर्थन देना चाहिए, नहीं तो हमारी स्वास्थ्य प्रणाली की बुनियाद कमजोर पड़ जाएगी।