सिद्धू मूसेवाला की दूसरी पुण्यतिथि पर सादगी भरा कार्यक्रम
29 मई, 2024 को पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की दूसरी पुण्यतिथि के मौके पर उनके परिवार ने एक साधारण कार्यक्रम आयोजित किया। असल में उनका नाम शुभदीप सिंह सिद्धू था। इस कार्यक्रम का आयोजन उनके पिता बलकौर सिंह ने किया था। इसमें केवल परिवार के करीबी सदस्य और मित्र शामिल हुए, क्योंकि देश में लोकसभा चुनाव 2024 की गतिविधियाँ जारी थी और गर्मी की मार झेल रहे लोग ज्यादा बाहर नहीं निकल पा रहे थे।
कार्यक्रम में विशेष रूप से केवल धार्मिक अनुष्ठान किए गए। इसमें किसी प्रकार का धूमधाम नहीं था, बल्कि यह एक शांत और सम्मानपूर्ण सभा थी। सिद्धू मूसेवाला की मां चरण कौर ने अपने सोशल मीडिया पर एक भावुक संदेश शेयर किया। उन्होंने पंजाबी में इंस्टाग्राम पर अपने बेटे की यादें और अपने मन की बात साझा की, जो सभी को बहुत ही भावुक बना दिया। उनकी पोस्ट में अपने बेटे के प्रति लगाव और दर्द साफ झलक रहा था।
मूसेवाला की जीवनी और उनकी मौत
सिद्धू मूसेवाला का जन्म 11 जून, 1993 को हुआ था और 29 मई, 2022 को मंसा में उन्हें बुरी तरह से गोली मार दी गई थी। वे उस समय गाड़ी की ड्राइविंग सीट पर बैठे थे। इस घटना में उन्हें 30 से अधिक गोलियां मारी गई थी। उनकी इस दुखद मौत ने पूरे पंजाबी संगीत जगत को सदमे में डाल दिया था। सिंगर होने के साथ-साथ सिद्धू राजनीति में भी सक्रिय थे। उन्होंने पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर मंसा से चुनाव लड़ा था।
आज दो साल बीत जाने के बाद भी उनका परिवार, दोस्तों और प्रशंसकों का दुख कम नहीं हुआ है। उनका परिवार आज भी न्याय की मांग कर रहा है और सिद्धू के हत्यारों को सजा दिलाने के लिए प्रयत्नशील है। उनके प्रशंसकों के दिल में आज भी उनकी कमी साफ महसूस होती है।
स्थानीय समुदाय में मूसेवाला का प्रभाव
सिद्धू मूसेवाला के गृहनगर मंसा में स्थानीय लोगों ने उनकी याद में अनेक प्रतिमाएं, बस्ट्स और तस्वीरें लगाई हैं। यह सब उनके प्रति स्थानीय लोगों के प्रेम और सम्मान को दर्शाता है। यहां की दुकानों में सिद्धू के चित्र वाले मर्चेंडाइज भी बिकते हैं, जो उनकी लोकप्रियता को दर्शाता है।
इसके माध्यम से सिद्धू मूसेवाला का नाम और उनकी कला का योगदान हमेशा जीवित रहेगा। लोग उन्हें एक महान गायक और प्रेरणादायक व्यक्ति के रूप में याद करते हैं।
कुल मिलाकर, सिद्धू मूसेवाला की दूसरी पुण्यतिथि पर आयोजित यह कार्यक्रम उनके योगदान और उनकी जीवनी को याद करने का एक अवसर बना। लोगों ने इस अवसर पर उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनकी यादों को संजोए रखा। सिद्धू मूसेवाला का परिवार और उनके प्रशंसक हर साल इसी तरह उनकी पुण्यतिथि मनाते रहेंगे और उनके प्रति सम्मान जताते रहेंगे।
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