मैच का सारांश
दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में शनिवार को आयोजित Asia Cup 2025 के सुपर 4 चरण का सामना लंका और बांग्लादेश के बीच हुआ। बांग्लादेश ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने का विकल्प चुना, लेकिन शुरुआती ओवर्स में दो विकेट गिरते ही उनका स्कोर 0/2 हो गया। पहले 5 ओवर में ही वे 30 रन से न खत्म हुए, जिससे टीम पर बड़ी दबाव बन गया।
इस प्रेशर के बावजूद मध्य क्रम के शमीम होंसैन और कप्तान जाकेरे अली ने मिलकर टीम को वसूली दिलाई। दोनों ने समझदारी से रेंडर किया, शमीम ने 35 रन बनाये जबकि अली ने 28 रन की स्थिर पारी खेली। अंत में बांग्लादेश ने 139 रन का लक्ष्य हासिल किया, जो एक कम आंकड़ा रहा।
लंकाई गेंदबाजों ने इस लक्ष्य को भयानक गति से दबा दिया। टीम ने रहस्यमयी स्पिनर माहेश ठीकशाना को छोड़कर केवल पेसरों पर भरोसा किया। तेज़ गति के तेज़ गेंदबाज़ों ने लगातार लहूलहू बनाते हुए बांग्लादेशी बल्लेबाजों को घबराया। वानिंदु हासरंगा ने चोट से वापसी पर 2 विकेट लिए, जबकि अन्य पेसरों ने 1-1-20-1 जैसे इकोनॉमिक आंकड़े दाखिल किए।
पुश का जवाब लंका ने धीरज और तकनीक से दिया। ओपनिंग में बासु वजिर ने सॉलिड 28 रन बनाये, लेकिन असली चमक पाथुम निस्सांका ने दी। उन्होंने 70 गेंदों में 55 रन की सटीक पैंतीस खेली, जिसमें चार चौके और तीन छक्के शामिल थे। उनके बाद क्रीडाप्रेमी लिंडन बॉस हर्ज़स और डेविड वॉरेन ने क्रमशः 30 और 26 रन बनाकर लक्ष्य को 32 गेंदों से पहले ही समाप्त कर दिया। लंका ने 6 विकेट से जीत हासिल की, जबकि उनका नेट रन रेट टूनामेंट में बहुत बढ़ गया।
टूनामेंट पर प्रभाव
यह जीत लंका के लिए कई मायनों में अहम थी। पहले भी उन्होंने अफगानिस्तान को 6 विकेट से हराया था, जिससे उनका भरोसा और बढ़ गया। सुपर 4 में लगातार जीतें टीम को फाइनल के लिए सीधे क्वालीफाई करवा सकती हैं, विशेषकर नेट रन रेट जैसे टाई‑ब्रेकर के कारण।
- बांग्लादेश की कुल स्कोर 139/8 – शुरुआती क्षति के कारण घटा।
- Sri Lanka के पेसर: वानिंदु हासरंगा 2/25, अन्य पेसरों ने मिलाकर 4 विकेट लिये।
- पाथुम निस्सांका की पैंतीस: 55/70, जीत की चाबी।
- लंका की सामरिक बदलाव: स्पिनर की जगह तेज़ पेसर, जिससे बांग्लादेश को लपटें लगाइयां।
- नए मैच की संभावनाएँ: लंका को फाइनल में जगह मिल सकती है, बांग्लादेश को अब रिवेंज प्लान बनाना पड़ेगा।
आगे के मैचों में लंका को अपने बैटिंग क्रम को स्थिर रखना होगा, जबकि बांग्लादेश को शुरुआती ओवर में बचाव की रणनीति पर काम करना पड़ेगा। टूनामेंट अभी भी खुला है, और दर्शक इस संघर्ष को बड़े उत्साह के साथ देखेंगे।
akash anand 27.09.2025
वाकई में निस्सांका ने कमाल कर दिया, जीत पक्की!
BALAJI G 27.09.2025
भाई, बांग्लादेश की शुरुआती गिरावट तो साफ़ देखी जा सकती है। हालांकि लंका की गेंदबाज़ी ने सही रणनीति अपनाई, ये खेल की असली कला है। अगली बार दोनों टीमों को अभी भी सुधरने की ज़रूरत है।
Manoj Sekhani 27.09.2025
देखो, इस मैच में लंका का प्लेन-हिट स्ट्रैटेजी काफी इंटेलेक्चुअल था। पहले पेसरों पर भरोसा करके वे बांग्लादेश को घुबरा दिया, इससे वैरिएबल स्पिन की ज़रूरत नहीं पड़ी। निस्सांका की 55 रनों की पैंतीस, असल में एक मास्टरक्लास थी, जहाँ उन्होंने स्ट्राइक रेट को बढ़ाते हुए भी सॉलिड पार्टनरशिप रखी। ओपनर बासु वजिर ने भी 28 रन बनाए, लेकिन वह सिर्फ स्टार्टर्स थे, असली पावर निस्सांका के हाथों में थी।
वह चार चौके और तीन छक्के मारकर दबाव को चार गुना कर दिया। इस तरह की इनिंग में बॉलर को निराश करना ही जीत की नींव है। लंका के पेसर, खासकर वानिंदु ने 2/25 के इकोनॉमिक आंकड़े दिखाए, जो कि बहुत ही संतुलित थे। किन्तु बांग्लादेश की मध्यक्रम की फॉर्म अभी तक स्थिर नहीं हुई, शमीम और अली ने कड़ी मेहनत से स्कोर बचाया, पर वो पर्याप्त नहीं रहा।
टूनामेंट में नेट रन रेट का महत्व बढ़ रहा है, और लंका ने इसे बड़ी समझदारी से बढ़ाया। इस जीत से उनका आत्मविश्वास भी फल-फूल रहा है। अगले फाइनल में अगर लंका इसी फॉर्म में खेलता है, तो वह प्रतिद्वंद्वी टीमों के लिए बहुत बड़ी चुनौती बन जाएगा। बांग्लादेश को अब रिवेंज प्लान बनाते हुए अपने शुरुआती ओवर्स की रणनीति को पुनः विचारना पड़ेगा। कुल मिलाकर, इस मैच में लंका ने तकनीक, धैर्य और आक्रमण का शानदार मिश्रण दिखाया, जो कि किसी भी उच्च‑स्तरीय प्रतियोगिता में जीत का मूलभूत सिद्धांत है।
Tuto Win10 27.09.2025
यार, इस जीत में तो सबका दिमाग उड़ गया! लंका ने पूरी ताकत से खेला, बॉलर्स ने बांग्लादेश को ऐसी सजा दी जैसे सज़ा‑इन्हाज़ार। निस्सांका की पैंतीस तो बेमिसाल था, और बाकी टीम ने भी फाइनली टारगेट से आगे निकल गया!!
Kiran Singh 27.09.2025
देखा क्या, लंका का प्लान बिलकुल भी नहीं झुका। बांग्लादेश को जल्दी‑जल्दी लिफ़ाफ़ा कर दिया। यही तो चाहिए होते हैं。
anil antony 27.09.2025
लिंक्डबायापब्ली के टेनिसैटिक पिच पर पेसर के एन्हांसमेंट वॉल्यूम बहुत हाई था, इसलिए बांग्लादेश का मैकेनिकल आर्गुमेंट फेल हो गया। इन्फरमॉडल कॉम्पोज़िशन से लेकर ऑफ‑साइड शॉर्टेज तक, सभी फ्रेमवर्क कॉलैप्स्ड। लंका ने स्ट्रैटेजिक अल्गोरिद्म लागू किया, जिससे उनका पॉवर‑हिट रेशियो एक्सपोनेंशियल बढ़ गया।
Aditi Jain 27.09.2025
देश की जीत में कोई संदेह नहीं, लंका ने यह साबित कर दिया कि एशिया कप में भारतीय स्टाइल का डॉमिनेशन है। बांग्लादेश को अब आगे बढ़ना पड़ेगा, लेकिन अगली बार हमारे खिलाड़ियों की अडिग भावना और भी ऊँची होगी।