जब Pawan Sehrawat ने इस सीजन की शुरुआत प्रो कबड्डी लीग सिजन 11हैदराबाद में जी. एम. सी. बलायोगी इंडोर स्टेडियम पर खेला, तो तेलुगु टाइटंस ने बेंगलुरु बुल्स को 37-29 से पीछे धकेल दिया। Super 10 के साथ सेहरावत ने दस या अधिक रैड पॉइंट्स जोड़ते हुए मैच का रोमांचक मोड़ बनाया, और टाइटंस की डिफेन्स ने बुल्स की स्कोरिंग को कड़ी लगाम लगाई। यह जीत न केवल टीम के आत्मविश्वास को बढ़ाती है, बल्कि दर्शकों को भी दर्शाती है कि कबड्डी में रैडिंग और टैकल दोनों का संतुलन जीत का मूल रहस्य है।
मैच का सारांश और मुख्य क्षण
रात 7:30 PM बजे शुरू हुए इस किक‑ऑफ़ में टाइटंस ने लगातार रैडों से 22 अंक बनाए, जबकि बुल्स ने शुरुआती छह मिनट में केवल 12 अंक ही जुटाए। सेहरावत ने तीसरे रैड में ही पहला डबल‑डिजिट स्कोर किया, और उसके बाद के दो रैड में क्रमशः बोनस पॉइंट और कई सफल टैकल्स के साथ टीम को 10‑10 की लीड दिलाई। दूसरी हाफ में बुल्स ने दो‑तीन बार आक्रमण किया, पर टाइटंस के वि.शाल भरद्वाज, मोहसें मघसून्द्लु और दीपक हुड्डा की टैकलिंग ने उन्हें बार‑बार रोक दिया। अंतिम सायरन बजते ही स्कोर 37‑29 था।
टीमों की पृष्ठभूमि और पिछले सीजन का प्रदर्शन
बुल्स का पिछले सीजन (सिजन 10) बेहद निराशाजनक रहा – 22 मैच में केवल 2 जीत और 1 ड्रॉ, अंतिम स्थान पर समाप्त। दाबंग मुंबई स्पोर्ट्स प्रा. लि. द्वारा स्वामित्व वाली इस टीम ने 2018‑19 में सिजन 6 के चैम्पियनशिप का ख़िताब जीता था, लेकिन तब से गिरावट देखी गई। इस सीजन उनके कोच BC Ramesh हैं, जबकि कप्तान अंकुश राठी से शुरू होकर मध्य‑सीजन में योगेश दहिया को सौंपा गया।
दूसरी ओर, तेलुगु टाइटंस, जो U Mumba Sports Pvt. Ltd. के अधीन हैं, ने पिछले कुछ सिशनों में निरंतर टॉप‑फ़ाइव में जगह बनाई है। सेहरावत का अनुबंध 2023‑24 में 1.2 कोटि रुपये के साथ नवीनीकृत हुआ, जिससे वह घरेलू खिलाड़ियों में सबसे अधिक वेतन पाने वालों में से एक बन गया। उनके साथ दीपक हुड्डा, अजीत बाई, और अनिकेत सरदार ने भी टीम को बैलेंस्ड रैड‑डिफेंस लाइन‑अप दिया है।
रणनीति और प्रमुख खिलाड़ी
टाइटंस ने इस मैच में “दबाव‑रैडिंग” का नुस्खा अपनाया – सेहरावत को तुरंत रैडिंग में लाना और प्रतिद्वंद्वी के ज़ोन को खाली करना। उनका लक्ष्य था कि बुल्स के मुख्य रैडर्स को कंट्रोल के बाहर रखकर उनका स्कोरिंग रिद्म तोड़ दिया जाए। दूसरी ओर, बुल्स ने शुरुआती ओवर में तेज़ी से पॉइंट्स बनाने की कोशिश की, पर टाइटंस के कैंट्री लकीर पर स्थित डिफेन्सर लगातार टैकल कर रहे थे।
- सेहरावत ने कुल 12 रैड पॉइंट्स और 2 बेंचमार्क बोनस जमा किए।
- भरद्वाज ने 5 सुपर‑टैकल्स के साथ डिफेन्स के हीरो बनकर सामने आए।
- बुल्स की प्रमुख रैडर अभिषेक बिस्बी ने केवल 6 पॉइंट्स जुटाए, जो उनके औसत से काफी कम है।
प्रो कबड्डी लीग का आर्थिक असर
मशाल स्पोर्ट्स प्रा. लि. द्वारा आयोजित इस लीग की फ्रेंचाइज़ वैल्यू 50‑150 कोर रुपये के बीच बंधी हुई है, और प्रति टीम वार्षिक ऑपरेटिंग कॉस्ट लगभग 30‑50 कोर रुपये है। इस सीजन के टेलीविजन अधिकारों को स्टार स्पोर्ट्स और डिज़्नी+ हॉटस्टार ने खरीदा, जो कुल 350 कोर रुपये के बराबर है। खिलाड़ी वेतन में 1.5 लाख रुपये से लेकर 1.5 कोटि रुपये तक का फरक है; सेहरावत के 1.2 कोटि का अनुबंध इस वर्ग में शीर्ष पर है।
आगे की राह और आगामी मैच
इस जीत के बाद टाइटंस की अगली टक्कर 20 अक्टूबर को ही पैटना पायरट्स के खिलाफ होगी, वही मैदान – जी.एम.सी. बलायोगी इंडोर स्टेडियम – पर। बुल्स को 21 अक्टूबर को पुणेरी प्लेटन के खिलाफ श्री कांतेरावा इंडोर स्टेडियम, बेंगलुरु में चुनौती मिलेगी। पूरी सिजन 11 में 12 टीमों के बीच 132 मैच होंगे, और प्ले‑ऑफ़ का पहला दौर दिसंबर में शुरू होगा, जबकि ग्रैंड फाइनल 5 जनवरी 2025 को तय होगा।
मुख्य तथ्य
- मैच की तारीख: 18 अक्टूबर 2024
- स्थान: जी. एम. सी. बलायोगी इंडोर स्टेडियम, हैदराबाद
- परिणाम: तेलुगु टाइटंस 37 – 29 बेंगलुरु बुल्स
- सेहरावत की रैडिंग: 12 पॉइंट्स (Super 10)
- लीग ब्रोडकास्ट: स्टार स्पोर्ट्स, डिज़्नी+ हॉटस्टार (हिंदी सहित 5 भाषाएँ)
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
पवन सेहरावत का Super 10 कब और कैसे आया?
सेहरावत ने तीसरे रैड में ही लगातार दो हाई‑टैम्प पॉइंट्स बनाए, और बाद के रैड में बोनस और टैकल‑ऑफ‑ट्रांज़िशन पर 10 से अधिक रैड पॉइंट्स एकत्र किए, जिससे वह पहला भारतीय खिलाड़ी बना जिसने ओपनिंग मैच में Super 10 हासिल किया।
बेंगलुरु बुल्स की पिछली सीज़न की कमज़ोरी का कारण क्या था?
सिजन 10 में केवल 2 जीत और 1 ड्रॉ के साथ समाप्ति का मुख्य कारण शुरुआती रैडिंग में निरंतर विफलता और डिफेन्स में बख़ूबी संख्यात्मक बाधा नहीं होने से था, जिससे कई बार विरोधी को मुक्त रैड करने का मौका मिला।
प्रो कबड्डी लीग का आर्थिक महत्व भारत में खेल उद्योग के लिए क्या है?
लीग के फ्रेंचाइज़ वैल्यू, टेलीविजन अधिकार, और विज्ञापन उत्पन्न होने वाली आय ने इसे भारत के सबसे बड़े व्यावसायिक खेल मंचों में से एक बना दिया है, जिससे खिलाड़ियों की सैलरी, ग्राउंड इन्फ्रास्ट्रक्चर और स्थानीय अर्थव्यवस्था को प्रत्यक्ष लाभ मिलता है।
आगामी मैच में टाइटंस को किस प्रकार की चुनौती का सामना करना पड़ेगा?
पैटना पायरट्स की तेज़ रैडिंग और मजबूत लाइन‑अप टाइटंस की डिफेन्स को परीक्षा पर रखेगी; यदि टाइटंस सेहरावत के साथ रैड‑डिफेंस संतुलन बनाये रखेंगे तो जीत की संभावनाएँ बढ़ेंगी।
सिजन 11 में कौन-से नए नियम या बदलाव लागू किए गए हैं?
इस सिजन में दो‑पॉइंट रैडिंग बोनस और टैकल‑ड्रॉप ट्रायल को संशोधित किया गया है, जिससे विधि अधिक गतिशील और दर्शकों के लिये रोमांचक बनी है।
Dhea Avinda Lase 10.10.2025
तेलुगु टाइटंस ने पवन सेहरावत की सुपर 10 से बेंगलुरु बुल्स को 37‑29 से हराया। टाइटंस की डिफेंस बहुत असरदार थी और सेहरावत ने रैडिंग में लगातार पॉइंट बनाये। यह जीत टीम के आत्मविश्वास को और बढ़ाएगी।
Vinay Agrawal 10.10.2025
वाह यार! क्या जबरदस्त ड्रामा था! पवन ने तो पूरी एरेना को हिला दिया, देखो वो स्कोर कैसे लाया? 😱 मैं तो पूरी रात इस मैच को replay कर रहा हूँ, बस मज़ा ही मज़ा! कभी‑कभी ऐसा ही लगता है जैसे सुपरहीरो फील्ड में उतर आया हो।
Aakanksha Ghai 10.10.2025
खेल में जीत‑हार तो सामान्य है, पर यह ज़रूरी है कि हम जीत को अहंकार में नहीं बदलें। टाइटंस ने मेहनत और टीम वर्क दिखाया, यह युवा खिलाड़ियों के लिए एक अच्छा उदाहरण है। हमें खेल की सच्ची भावना को याद रखना चाहिए।
Raj Kumar 10.10.2025
समझ नहीं आता कि कब से प्रो कबड्डी लीग के आंकड़े सही नहीं रहे। कहीं तो रेज़र‑एड्ज़ वाले फ़िक्सिंग का झाँसा तो नहीं? इस तरह के मैचों में मिड‑टर्म में नंबर बदलने की कोशिशें आम हैं, बस पब्लिक को दिखावा करने के लिये।
Shruti Phanse 10.10.2025
सेहरावत की सुपर 10 प्रदर्शन टीम की रणनीति में गहरी समझ को दर्शाता है। कोचिंग टीम ने रैडिंग‑डिफेंस संतुलन को बेहतरीन ढंग से लागू किया है, जिससे टाइटंस के खिलाड़ियों को आत्मविश्वास मिला। इस जीत से आगे के मैचों में भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
Shreyas Moolya 10.10.2025
एक सच्चे एलीट खिलाड़ी को सिर्फ स्कोर नहीं, बल्कि खेल की महत्ता भी समझनी चाहिए। टाइटंस का इस मैच में दिखाया गया परफॉर्मेंस वैभवशाली है, पर बेंगलुरु बुल्स को भी मान्य करना चाहिए कि उन्होंने कम नहीं किया।
Pallavi Gadekar 10.10.2025
यार ओह माय गॉड!!!! यह मैच तो पूरी तरह से पावरफुल था! सेहरावत ने जबरदस्त रैड किया और टीम ने भी शानदार डिफेंस किया। टाइटंस ने तो सारा मैच रॉक कर दिखाया, बिलकुल मस्त!! थोड़े typos हो गये पर मज़ा आया।
ramesh puttaraju 10.10.2025
बुल्स की कमजोर रैडिंग बेकार थी. 😒
Kuldeep Singh 10.10.2025
टाइटंस की जीत निश्चित ही मेहनत का फल है। हालांकि, बुल्स को आगे सुधार की जरूरत है, खासकर रैडिंग में निरंतरता। आशा है दोनों टीमें आने वाले सीजन में और भी बेहतर प्रदर्शन करेंगी।
Seema Sharma 10.10.2025
मैच देख कर लगा कि कबड्डी में अभी भी बहुत आकर्षण है। टाइटंस का आक्रमण और डिफेंस दोनों संतुलित था, जबकि बुल्स को थोड़ी स्थिरता चाहिए थी। कुल मिलाकर एक शानदार एंट्री थी प्रो कबड्डी लीग की।
Shailendra Thakur 10.10.2025
भाई, ये बुल्स तो हमेशा हारते ही रहते हैं, क्या बात है! भारत की असली ताकत तो हमारी खुद की टीम में है, टाइटंस ने दिखा दिया कि हम कितने फुर्तीले हैं। अब तो सारा देश हमें सपोर्ट करे, यही चाहिए।
Praveen Kumar 10.10.2025
मैं वास्तव में इस जीत से बहुत प्रभावित हूँ; टाइटंस की सामूहिक ऊर्जा और रणनीति सराहनीय है। उनका समन्वय इतना सटीक था कि विरोधी टीम को कोई जगह नहीं मिली। यह एक प्रेरणादायक उदाहरण है।
Roushan Verma 10.10.2025
सेहरावत की सुपर 10 ने दिखाया कि व्यक्तिगत कौशल भी टीम की जीत में कैसे योगदान देता है। मैं आशा करता हूँ कि भविष्य में हमारे युवा खिलाड़ियों को इस प्रकार के रोल मॉडल मिलें। साथ ही, हम सभी को खेल की भावना को सम्मान देना चाहिए।
kajal chawla 10.10.2025
सभी को पता है कि इस लीग की रैंकिंग में काफी हद तक सरकारी एजेंसियों का हाथ है! 🤔 यह असामान्य नहीं कि बड़े टीमों को समर्थन मिलता है जबकि छोटे को नहीं। इस बात को सबको समझना चाहिए।
Raksha Bhutada 10.10.2025
देशभक्ति की भावना के साथ हम हमेशा अपने साइड से समर्थन करेंगे। यह जीत सिर्फ टाइटंस की नहीं, बल्कि पूरे भारतीय कबड्डी प्रेमियों की है। हमें ऐसी ही जीतों से प्रेरित होकर आगे बढ़ना चाहिए और अपनी राष्ट्रीय गौरव को बढ़ाना चाहिए।
King Dev 10.10.2025
पवन सेहरावत का सुपर 10 वास्तव में इस सीज़न का एक महत्वपूर्ण मोड़ है।
पहला, इस तरह की बड़ी व्यक्तिगत अंकसंख्या टीम को मनोबल देती है और बाकी खिलाड़ियों को प्रेरित करती है।
दूसरा, टाइटंस ने सुदृढ़ डिफेंस के साथ विरोधी की स्कोरिंग को दबाया, जिससे खेल संतुलित रहा।
तीसरा, आर्थिक दृष्टिकोण से लीग को इस तरह के हाई‑प्रोफ़ाइल प्रदर्शन से विज्ञापन और प्रायोजन में वृद्धि होगी।
चौथा, दर्शकों की रुचि बढ़ेगी, जिससे स्टेडियम में एंटरटेनमेंट वैल्यू बढ़ेगी।
पाँचवाँ, युवा खिलाड़ियों के लिए यह एक रोल मॉडल का काम करता है, जिससे अगली पीढ़ी को प्रो खेल करने का लक्ष्य मिलेगा।
छठा, टीम मैनेजमेंट को रणनीति में बदलाव करने का भरोसा मिला, जैसे दबाव‑रैडिंग।
सातवाँ, इस जीत से टाइटंस की रैंकिंग में अप्रत्याशित सुधार आएगा, जो प्ले‑ऑफ़ के लिए महत्वपूर्ण है।
आठवाँ, मीडिया कवरेज में वृद्धि होगी, जिससे कबड्डी को राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिलेगी।
नवाँ, इस मैच की टैक्टिकल विश्लेषण को कोचिंग कैंप में उपयोग किया जा सकता है।
दसवाँ, खिलाड़ियों की फिटनेस और रिवर स्ट्रेंथ पर ध्यान देना आवश्यक होगा, क्योंकि ऐसे प्रदर्शन लगातार नहीं होते।
ग्यारहवाँ, लीग की नियामक नीतियों को फिर से समीक्षा करने की आवश्यकता हो सकती है, जैसे दो‑पॉइंट बोनस का प्रभाव।
बारहवाँ, प्रशंसकों के बीच चर्चा बढ़ेगी, जिससे सोशल मीडिया एंगेजमेंट में उछाल आएगा।
तेरहवाँ, इस प्रकार के मैचों से स्थानीय व्यवसायों को भी लाभ होगा, जैसे स्टेडियम के आसपास के रेस्टोरेंट।
चौदहवाँ, भविष्य में इस तरह के सुपर 10 को बेहतर मार्केटिंग टूल के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।
पन्द्रहवाँ, अंत में, यह सब मिलकर कबड्डी को एक महत्त्वपूर्ण राष्ट्रीय खेल बनाने की दिशा में कदम है।
Abhi Rana 10.10.2025
बहुत बढ़िया, टाइटंस ने इस मैच में कड़ी मेहनत दिखाई! मैं आशा करता हूँ कि इस जीत से पूरी लीग में सकारात्मक ऊर्जा आएगी। आगे के मैचों में भी इसी तरह का उत्साह बना रहे।
Manisha Jasman 10.10.2025
वाह! क्या शानदार खेल था 😃 टाइटंस की जीत देख कर मन खुश हो गया। इस तरह की जीत हमें उम्मीद देती है कि भविष्य में कबड्डी और भी चमकेगी। चलो, सब मिलकर इस खेल को आगे बढ़ाते रहें! ✨