Google की 27वीं सालगिरह: क्यों 27 सितंबर?
आपको लगता होगा कि कंपनी के आधिकारिक इनकॉर्पोरेशन की तारीख ही जन्मदिन होगी, पर Google ने 2006 से 27 सितंबर के दिन को अपनी सालगिरह तय किया। शुरूआत में 7 सितंबर, फिर 8 सितंबर और 26 सितंबर जैसे कई दिन आज़माए गए, लेकिन 2005 में एक बड़ी घोषणा ने निश्चित रूप से इस तारीख को पक्का कर दिया। उस साल Google ने विश्व स्तर पर सबसे अधिक वेब‑पेजों को इंडेक्स किया, जिससे उसकी खोज क्षमता में जबरदस्त उछाल आया। इस मील‑पथ को मनाने के लिए उन्होंने 27 सितंबर को स्थायी रूप से चुन लिया, और तब से यही दिन हमारी स्क्रीन पर ‘Happy Birthday Google!’ के साथ दिखता है।

गैरेज से ग्लोबल दिग्गज तक: Google की यात्रा
सबसे पहले तो बात करते हैं मूल की। 1995 में लैरी पेज और सेर्गेई ब्रिन ने स्टैनफ़ोर्ड में एक छोटे‑छोटे प्रोजेक्ट की बदौलत “BackRub” नाम की सर्च तकनीक शुरू की। 1996 के शुरुआती महीनों में ही उन्होंने देखा कि लिंक‑विश्लेषण (PageRank) से सर्च रिजल्ट कितने सटीक हो सकते हैं। 15 सितंबर 1997 को Google.com डोमेन रजिस्टर हुआ – यानी पहली बार कोई वाली चीज़ “गूगल” कर सकता था। फिर आया 4 सितंबर 1998, जब कंपनी कैलिफ़ोर्निया के मेनलो पार्क में आधिकारिक तौर पर इनकॉर्पोरेटेड हुई।
अगली बड़ी मोड़ थी अगस्त 1998 में, जब सॉफ़्टवेअर जाइन Andy Bechtolsheim ने founders को एक चेक भेजा – $100,000! ये केवल फंड नहीं, बल्कि विश्वास का ज़रिया था कि दो युवा शोधकर्ता कुछ बड़ा बना सकते हैं। इस निवेश ने Google को अपना पहला ऑफिस – एक गैरेज – किफ़ायती ढंग से सेट अप करने की सुविधा दी। गैरेज से जिमनास्टिक क्वाड‑कोर सर्वर तक, उनके शुरुआती दिन टेक‑इकोसिस्टम के बेमिसाल लचीलापन को दिखाते हैं।
2000‑के दशक में Google ने सर्च को ही नहीं, बल्कि विज्ञापन (AdWords/AdSense), मैप्स, Gmail, और YouTube जैसी सैलरी‑बढ़ाने वाली सेवाएँ लॉन्च कीं। 2015 में Alphabet इंक. की निर्माण हुई, जिससे Google ने अपने मूल सर्च को एक बड़े समूह के तहत व्यवस्थित किया, जबकि Sundar Pichai को CEO के रूप में नियुक्त किया गया। आज Google न केवल सर्च में, बल्कि क्लाउड कंप्यूटिंग, AI, क्वांटम कंप्यूटिंग, और मशीन लर्निंग में भी धूम मचा रहा है।
सांस्कृतिक रूप से भी Google का असर कम नहीं है। 1998 में मूल स्टिक‑फ़िगर लोगो के साथ शुरू हुए Doodles अब इंटरैक्टिव गेम्स, 3‑डी एनीमेशन और स्थानीय कलाकारों के काम तक पहुँचे हैं। हर साल इतिहास में छिपे वैज्ञानिक, संगीतकार, या सामाजिक आंदोलन को सम्मानित करने के लिए ये छोटे‑छोटे चित्र बड़े पैमाने पर दिखते हैं। इस साल का Doodle विशेष रूप से नॉस्टैल्जिक है – इसमें Google का पहला लोगो दिखाया गया है, जैसे एक मीठी याद दिलाता हो कि इस सफ़र की शुरुआत कितनी सरल थी।
और चाहे आप “इसे Google करें” कहें या “Google it” लिखें, यह शब्दावली अब रोज़ाना बातों में घुली‑भुली है। इससे स्पष्ट है कि Google सिर्फ एक कंपनी नहीं, बल्कि एक सामाजिक घटना बन चुका है, जिसने हमारे जानकारी तक पहुँचने के तरीके को पूरी तरह बदल दिया।