मैच का संक्षिप्त विवरण
बार्सिलोना ने 17 फरवरी, 2025 को कैंप नोऊ में रयो वाललेकानो को 1-0 से हरा दिया। इस मैच का नतीजा एक विवादास्पद केल्वार पेनल्टी से तय हुआ, जो रॉबर्ट लेवानडोव्स्की ने 28वें मिनट में हासिल किया। यह पेनल्टी VAR समीक्षा के बाद इनिगो मार्टिनेज के फाउल के लिए मिली थी। हालांकि, रयो के खिलाड़ियों ने इस फैसले पर कड़ा विरोध किया।
VAR के विवादित निर्णय
VAR की वजह से रयो वाललेकानो को एक पेनल्टी अपील से भी वंचित कर दिया गया, जब पाउ कुबरसी ने बॉक्स में पाथे सिस को फाउल किया था। इसके अलावा जॉर्ज डी फ्रूटोस का गोल ऑफसाइड करार देते हुए रद्द कर दिया गया, जिस पर रयो के दर्शकों ने विरोध जताया। रयो के मैनेजर इनिगो पेरेज ने कहा, "मेरे पास इसके लिए कहने के लिए सिर्फ एक शब्द है – कड़वाहट।"
बार्सिलोना के कोच हंसी फ्लिक ने मैच के बाद VAR के उपयोग का बचाव किया। उन्होंने कहा कि भले ही यह निर्णय विवादास्पद था, लेकिन VAR ने आधुनिक फुटबॉल में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने अपनी टीम की सहनशक्ति की सराहना की और गोलकीपर वोज्शिक शेसनी की प्रमुख बचाव की प्रशंसा की, जिनकी वजह से टीम लीड बनाए रखने में सफल रही।
इस जीत ने बार्सिलोना को ला लीगा में शीर्ष स्थान पर पहुंचा दिया, जहां उनके 51 अंक हैं। रियल मैड्रिड और एटलेटिको मैड्रिड से उनकी बढ़त केवल गोल अंतर से हैं। रयो वाललेकानो अब छठे स्थान पर है, उनके पास 35 अंक हैं।
रॉबर्ट लेवानडोव्स्की: अत्यंत महत्वपूर्ण पेनल्टी स्कोर की और दबाव में भी संयम बनाए रखा।
जॉर्ज डी फ्रूटोस: अंतिम क्षणों में महत्वपूर्ण मौका गंवाया, जब नजदीकी क्षेत्र से हेडिंग चूक गए।
वोज्शिक शेसनी: कई प्रमुख बचाव किए, खासकर डी फ्रूटोस और अलवारो पालासियोस को रोकने में सफल रहे।
Hiren Patel 18.02.2025
क्या कहूँ, VAR का जादू आज फिर से बार्सिलोना को बचा गया! एक ही पेनल्टी से गेम का टेढ़ा‑मेढ़ा रास्ता साफ़ हो गया. रेयो वाललेकानो के खिलाड़ी तो पूरी तरह से चकाचौंध में रह गए. इनिगो मार्टिनेज की फाउल का फैसला बहुत ही सटीक था. लेकिन स्टेडियम में भरा हुआ कड़वाहट का माहौल देख कर दिल बिचकना चाहता है. हंसी फ्लिक की बात सही है, VAR आधुनिक फुटबॉल का अनिवार्य हिस्सा बन गया है. चाहे आप इसे डेस्पेस करो या नहीं, इसका प्रभाव नहीं नकारा जा सकता. लेवानडोव्स्की का पेनल्टी एकदम सटीक था, जैसे सुई से धागा डालना. गोलकीपर वोज्शिक शेसनी की बचाव ने टीम को भरोसा दिलाया. उन्होंने डिफेंडर को एकदम चाकू की धार की तरह काट लिया. रेयो की ऑफसाइड गोल रद्द होना भी VAR की मदद से हुआ. दर्शकों की रोष में भी तकनीक ने सही दिशा दिखाई. अब चर्चा है कि क्या VAR का दुरुपयोग नहीं हो रहा? लेकिन इस केस में इसे न्याय की तरह देखा जा सकता है. बार्सिलोना की जीत से लालीगा में उनका टेकऑफ़ और भी तेज़ हो गया. अंत में, फुटबॉल को तकनीक के साथ संतुलन बनाकर चलना चाहिए, नहीं तो खेल की आत्मा घुल जाएगी.
Heena Shaikh 18.02.2025
VAR का यह हायस्टिक साक्ष्य केवल सत्ता का हथियार है; खेल की शुद्धता को ये धुंधला कर देता है। ऐसी व्यवस्था में फुटबॉल का मज़ा कहीं खो जाता है।
Chandra Soni 18.02.2025
पेनल्टी सिचुएशन में लेवानडोव्स्की ने अपनी स्ट्राइकिंग स्विंग दिखा दी, जो टैक्टिकल फ्रेमवर्क में बेजोड़ था। कोच की डिफेंसिव लिंक्स और हाई प्रेसिंग स्ट्रेटेजी ने रेयो को काउंटर-एटैक में फँसा दिया।
Kanhaiya Singh 18.02.2025
VAR की वैधता को स्थापित करना प्रबंधन की प्राथमिकता है।
prabin khadgi 18.02.2025
लेवानडोव्स्की के पेनल्टी पर दी गई रेफरी की कॉल को गंभीरता से पुनः मूल्यांकन किया जाना चाहिए; यह केवल एक व्यक्तिगत फॉल्ट नहीं बल्कि सिस्टमेटिक बायस का संकेत हो सकता है।
Aman Saifi 18.02.2025
सभी पक्षों के दृष्टिकोण को सम्मिलित करते हुए एक संतुलित संवाद चाहिए, जिससे भविष्य में VAR के उपयोग में पारदर्शिता बढ़े।
Ashutosh Sharma 18.02.2025
VAR की ओवरडोज़ ने मैच को एक बड़ी नेटवर्किंग मीटिंग बना दिया, जहाँ असली फुटबॉल कहीं खो गया।
Rana Ranjit 18.02.2025
जब तकनीकी हस्तक्षेप खेल के मूल तत्व को ढक देता है, तो हम वास्तविक प्रतिस्पर्धा की परिभाषा से दूर हो जाते हैं; इसलिए संतुलन की पुनः जांच आवश्यक है।
Arundhati Barman Roy 18.02.2025
VAR की नीति में सुधार जरुरी है।