भारतीय वॉलेटिलिटी इंडेक्स: बाजार की अनिश्चितता का सबसे बड़ा संकेतक
जब शेयर बाजार उतार-चढ़ाव कर रहा हो, तो आपने कभी सुना होगा — भारतीय वॉलेटिलिटी इंडेक्स, भारतीय शेयर बाजार में अपेक्षित अस्थिरता को मापने वाला प्रमुख सूचक, जिसे VIX के नाम से भी जाना जाता है. ये कोई अज्ञात चीज़ नहीं, बल्कि एक ऐसा डिजिटल थर्मामीटर है जो बाजार के दिल की धड़कन दिखाता है। जब ये ऊपर जाता है, तो निवेशक डर रहे होते हैं। जब नीचे आता है, तो लोग समझते हैं — अब शांति है। इसे NSE NIFTY, भारत का प्रमुख सूचकांक, जिसकी अपेक्षित अस्थिरता को भारतीय वॉलेटिलिटी इंडेक्स मापता है के आधार पर बनाया गया है, और यही वजह है कि ये दोनों एक-दूसरे के दर्पण हैं।
ये इंडेक्स किसी भी शेयर की कीमत नहीं दिखाता, बल्कि ये बताता है कि लोग अगले 30 दिनों में कितना डर रहे हैं। अगर ये 15 के आसपास है, तो बाजार शांत है। अगर 25 से ऊपर चला जाए, तो समझ जाइए — कोई बड़ी खबर आने वाली है। ये निवेशकों के लिए एक बेहतरीन चेतावनी सिस्टम है। जब ये तेजी से बढ़ता है, तो बाजार में खरीदारी का अवसर नहीं, बल्कि बचाव का समय होता है। इसका इस्तेमाल बड़े निवेशक, हेज फंड और ट्रेडर्स सभी करते हैं। ये न सिर्फ बाजार की भावना बताता है, बल्कि वॉलेटिलिटी, शेयर बाजार में कीमतों के उतार-चढ़ाव की तीव्रता को मापने वाला आर्थिक अवधारणा की वास्तविक भावना को भी दर्शाता है।
आज के दौर में, जब बॉलीवुड स्टार की घटना, राजनीति का बदलाव या ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों की चोट भी बाजार को हिला देती है, तो भारतीय वॉलेटिलिटी इंडेक्स अकेला वह संकेत है जो बताता है — ये सब कितना गहरा असर डाल रहा है। ये निवेश की भाषा में एक असली गैजेट है, जिसे आपको न सिर्फ देखना चाहिए, बल्कि समझना भी चाहिए। इस पेज पर आपको ऐसे ही कई लेख मिलेंगे जो बाजार के इस छिपे हुए संकेतक को समझाते हैं — कैसे ये तेजी से बदलता है, किन खबरों से प्रभावित होता है, और आप इसे अपने निवेश के लिए कैसे इस्तेमाल कर सकते हैं।