एयर ट्रैफिक कंट्रोल: हवाई यातायात कैसे चलता है और भारत में इसकी भूमिका

जब आप किसी उड़ान के लिए एयरपोर्ट पर जाते हैं, तो आपको लगता है कि विमान सिर्फ रनवे पर आता है और उड़ जाता है। लेकिन इसके पीछे एक छिपा हुआ जाल है — एयर ट्रैफिक कंट्रोल, एक व्यवस्थित प्रणाली जो हवाई अड्डों और आसमान में विमानों की आवाजाही को सुरक्षित और समयबद्ध तरीके से नियंत्रित करती है। यह कोई साधारण ट्रैफिक लाइट नहीं है। यह एक ऐसा नेटवर्क है जो हर मिनट, हर सेकंड में हजारों डेटा पॉइंट्स को ट्रैक करता है — विमान की स्थिति, ऊंचाई, गति, मौसम, और यहां तक कि दूसरे विमानों की उड़ान की योजना। भारत में, भारतीय एयर ट्रैफिक कंट्रोल, भारतीय विमानन नियामक निकाय द्वारा संचालित एक जटिल और उन्नत नियंत्रण प्रणाली देश के 150 से अधिक हवाई अड्डों को जोड़ता है।

इस प्रणाली के बिना, हवाई अड्डे भीड़भाड़ में डूब जाते। एक छोटी सी गलती — जैसे दो विमानों का एक ही रास्ता लेना — दुर्घटना का कारण बन सकती है। एयर ट्रैफिक कंट्रोलर्स रडार, सैटेलाइट और कंप्यूटर सिस्टम की मदद से यह सुनिश्चित करते हैं कि हर विमान अपनी निर्धारित उड़ान पथ पर रहे। यह सिर्फ उड़ान भरने का समय नहीं बताता, बल्कि यह तय करता है कि कौन सा विमान पहले उड़ेगा, किसे रुकना होगा, और किसे बाद में लैंड करना होगा। जब बारिश होती है या धुंध छाती है, तो यह प्रणाली और भी ज्यादा महत्वपूर्ण हो जाती है। भारत में, दिल्ली, मुंबई, बैंगलोर और हैदराबाद जैसे बड़े एयरपोर्ट्स पर हर दिन 1000 से अधिक उड़ानें चलती हैं। इनमें से हर एक के लिए एक अलग रास्ता तैयार किया जाता है।

यह सिस्टम सिर्फ एयरपोर्ट तक सीमित नहीं है। यह पूरे आकाश को कवर करता है — जहां हजारों विमान एक ही समय में उड़ रहे होते हैं। हवाई यातायात, एक व्यापक नेटवर्क जिसमें व्यावसायिक, सैन्य और निजी उड़ानें शामिल हैं के लिए एयर ट्रैफिक कंट्रोल जीवनरक्षक है। यह न केवल दुर्घटनाओं को रोकता है, बल्कि ईंधन बचाता है, समय बचाता है, और यात्रियों को आश्वासन देता है। भारत में, इस प्रणाली का विकास तेजी से हुआ है। नए रडार, डिजिटल कम्युनिकेशन और ऑटोमेशन ने इसे और भी बेहतर बना दिया है।

आपके लिए यह सब क्यों मायने रखता है? क्योंकि जब आप अगली बार उड़ान भरते हैं, तो आपकी उड़ान का समय, लैंडिंग का समय, यहां तक कि उड़ान में देरी का कारण — सब कुछ इसी छिपी हुई प्रणाली के कारण होता है। यहां दिए गए लेखों में आपको ऐसी ही खबरें मिलेंगी — जहां हवाई यातायात, एयरपोर्ट्स, और उनके नियंत्रण प्रणालियों के बारे में असली घटनाएं बताई गई हैं। ये खबरें न सिर्फ आपको बताती हैं कि क्या हुआ, बल्कि यह भी कि यह कैसे हुआ।

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Abhinash Nayak 1.12.2025