प्लैटिनम ने 2025 में 74% कूद लगाई, कीमत $1,630.60/औंस
प्लैटिनम की कीमतें 2025 में 74% बढ़कर $1,630.60/औंस पहुंची। सप्लाई‑डिफिसिट, साउथ अफ्रीका की गिरती उत्पादन और हाइड्रोजन माँग ने इस उछाल को तेज किया।
जब हम प्लैटिनम, एक दुर्लभ कीमती धातु है जो ऑटोमोटिव, ज्वेलरी और निवेश में प्रमुख भूमिका निभाती है. अन्य नामों में प्लैटिनम धातु भी शामिल है. यह धातु न केवल औद्योगिक प्रक्रियाओं में उत्प्रेरक के रूप में काम करती है, बल्कि वित्तीय पोर्टफोलियो में स्थिरता भी जोड़ती है।
प्लैटिनम को कीमती धातु, दुर्लभ धातुओं का वर्ग जिसमें सोना, चाँदी और दिर्प के साथ प्लैटिनम शामिल है के रूप में वर्गीकृत किया जाता है। इन धातुओं की कीमतें अक्सर वैश्विक आर्थिक संकेतकों से जुड़ी रहती हैं, इसलिए प्लैटिनम की कीमत, बाजार में दैनिक ट्रेडिंग, निष्कर्षण लागत और मांग‑आपूर्ति संतुलन से निर्धारित होती है में तेज उतार‑चढ़ाव देखना असामान्य नहीं है।
ऑटोमोटिव उद्योग में ऑटोमोटिव उपयोग, प्लैटिनम को उत्प्रेरक (कैटैलिस्ट) के रूप में प्रयोग किया जाता है, जिससे कारों का उत्सर्जन कम होता है प्रमुख कारण है। गैसोलिन इंजन में ये कैटैलिस्ट हाइड्रोकार्बन को जलाने में मदद करते हैं, इसलिए पर्यावरणीय नियमों की सख्ती से प्लैटिनम की मांग बढ़ती रही है। साथ ही, ज्वेलरी सेक्टर में ज्वेलरी, प्लैटिनम के खूबसूरत, एलर्जिक‑फ्री और टिकाऊ गुण इसे वैवाहिक अंगूठी और अंगव्यवहार में पसंदीदा बनाते हैं के कारण इसे प्रीमियम विकल्प माना जाता है।
निवेश के दृष्टिकोण से निवेश, प्लैटिनम को सर्टिफाइड कमोडिटी फ्यूचर्स, ETFs या शारीरिक बार्स के माध्यम से पोर्टफोलियो में शामिल किया जा सकता है एक आकर्षक विकल्प है। जब शेयर बाजार में अस्थिरता बढ़ती है, तो निवेशक अक्सर स्थिर वस्तुओं की ओर देखते हैं; प्लैटिनम की सीमित आपूर्ति और विभिन्न उद्योगों में अनिवार्य उपयोग इसे सुरक्षित बचाव बनाते हैं। इस कारण कई फाइनेंशियल सलाहकार इसे “इन्फ्लेशन‑हेज” के रूप में सिफ़ारिश करते हैं।
प्लैटिनम की कीमत को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारकों में खनन की लागत, प्रमुख उत्पादक देशों (जैसे दक्षिण अफ्रीका, रूस) की राजनीतिक स्थिरता, और वैकल्पिक तकनीकी विकास (जैसे बैटरी‑इलेक्ट्रिक वाहन) शामिल हैं। यदि इलेक्ट्रिक वाहन अधिक प्रचलित हो जाएँ तो प्लैटिनम की पारंपरिक ऑटोमोटिव मांग घट सकती है, जबकि इसे हाइड्रोकैटालिसिस जैसे नई तकनीकों में स्थान मिल सकता है। यही कारण है कि विशेषज्ञ अक्सर प्लैटिनम को “डायनामिक कमोडिटी” कहते हैं।
भविष्य के रुझानों को देखते हुए, प्लैटिनम को दो‑तीन साल में मूल्य स्थिरता या मामूली वृद्धि की संभावना है। क्योंकि कई देशों में उत्सर्जन मानक सख्त हो रहे हैं, इसलिए ऑटोमोटिव कैटैलिस्ट की मांग निकट‑भविष्य में बढ़ती रहेगी। साथ ही, ज्वेलरी बाजार में प्लैटिनम को एथिकल सोर्सिंग और लीड‑फ्री मानकों के साथ प्रमोट किया जा रहा है, जिससे उपभोक्ता विश्वास बढ़ेगा। निवेशकों को चाहिए कि वे कीमत के अल्पकालिक उतार‑चढ़ाव पर ध्यान न देकर दीर्घकालिक उपयोगिता को देखें।
सारांश में, प्लैटिनम केवल एक कीमती धातु नहीं, बल्कि औद्योगिक, वित्तीय और सांस्कृतिक क्षेत्रों में काम करने वाला बहुउद्देशीय संसाधन है। इस लेख में हमने इसकी कीमत, उपयोग और निवेश के प्रमुख पहलुओं को जोड़ा‑जोड़ा करके समझाने की कोशिश की है। नीचे आप विभिन्न लेखों में प्लैटिनम से जुड़ी हाल की खबरें और विश्लेषण पाएँगे, जहाँ आप वास्तविक मूल्य प्रवाह, नई तकनीकी अनुप्रयोग और बाजार पर असर डालने वाले कारकों की गहरी जानकारी पढ़ सकेंगे।
प्लैटिनम की कीमतें 2025 में 74% बढ़कर $1,630.60/औंस पहुंची। सप्लाई‑डिफिसिट, साउथ अफ्रीका की गिरती उत्पादन और हाइड्रोजन माँग ने इस उछाल को तेज किया।